सिप (SIP) या सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान, म्यूच्यूअल फण्ड निवेश में एक तरह का प्रावधान है जिसके अंतर्गत, म्यूच्यूअल फण्ड निवेशकर्ताओं को, अपने निवेश राशि की रकम के एक निश्चित हिस्से को, नियमित समय के अंतराल पर जमा करने की सुविधा मिलती है| आसान भाषा में समझे तो कह सकते है की, म्यूच्यूअल फण्ड में सिप (SIP) निवेश के तहत, म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी या एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) अपने निवेशकर्ताओं को यह सुविधा देती है, जहाँ पर निवेशकर्ता अपनी निवेश राशि को एकमुश्त न जमा करके, नियमित समय के अंतराल पर छोटी एवं निश्चित राशि जमा करते है| सिप(SIP) निवेश में राशि जमा करने की आवृत्ति आमतौर पर हर महीने, हर तीन महीने पर एक बार, या एक साल में एक बार होती है|

म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट में सिप (SIP) के प्रावधान को जोड़ने का लक्ष्य था, समाज के मध्यम वर्ग के लोगों को म्यूच्यूअल फण्ड निवेश से जोड़ना, जो म्यूच्यूअल फण्ड निवेश में सिर्फ इसलिए अपनी रूचि नहीं दिखाते क्योंकि, वे म्यूच्यूअल फण्ड निवेश में एकमुश्त राशि जमा करने में असमर्थ होते है| अब सिप (SIP) निवेश के तहत, समाज के मध्यम-वर्ग के लोग भी म्यूच्यूअल फण्ड निवेश के ज़रिये अपने सुरक्षित भविष्य की योजना बना सकते है|  


आप ये सोच रहे होंगे की सिप (SIP) निवेश के तहत, निवेश की राशि जमा करने में तो सरलता मिल गयी, पर क्या इसके अलावा सिप निवेश के और भी फायदे है? आपको परेशान होने की ज़रुरत नहीं है क्योंकि इस अनुछेद के ज़रिये हम आपको सिप (SIP) निवेश के विभिन्न लाभों की जानकारी दे रहे है |

सिप (SIP) निवेश प्रावधान के लाभ कुछ इस प्रकार है:

1. प्रोफेशनल गाइडेंस (Professional Guidance ) - यदि निवेशकर्ता स्टॉक ट्रेडिंग में निवेश करने की योजना बनाते है, ऐसे में निवेशकर्ता के पास मार्केट में निवेश करने की सही और उत्तम जानकारी होनी ज़रूरी है, साथ ही निवेशकर्ता को नियमित अंतराल पर मार्केट के सही मूल्य की जानकारी भी लेनी पड़ती है| देखा जाये तो इस पुरे प्रक्रिया में निवेशकर्ता का एक लम्बा समय लग जाता है, जिसका नतीजा होता है की अन्य ज़रूरी चीज़ों से उसका ध्यान विस्तृत हो जाता है| वहीँ दूसरी तरफ, यदि निवेशकर्ता नियमित निवेश के प्रावधान को चुनते है, उस स्थिति में न तो उन्हें मार्केट निवेश की ज़्यादा जानकारी चाहिए और न ही मार्केट के मूल्य की जानकारी चाहिए, क्योंकि म्यूच्यूअल फण्ड निवेश की पूरी प्रक्रिया प्रोफेशनल फण्ड मैनेजर द्वारा की जाती है|  

2. रुपया कॉस्ट अवेरजिंग (Rupee Cost Averaging) -  एक वाक्य में कहे तो रुपया कॉस्ट अवेरजिंग, सिप (SIP) निवेश को और भी आसान और मज़ेदार बनाता है| मार्केट में निवेश शुरू करने लिए, सही समय की जानकारी लेना आसान नहीं है| इसके लिए निवेशकर्ता को मार्केट के मूल्य पर नियमित नज़र रखनी पड़ती, ताकि वो मार्केट में ऐसे समय पर निवेश करे, जब मार्केट का मूल्य कम हो और निवेशकर्ता ज़्यादा से ज़्यादा यूनिट्स खरीद सके| परन्तु मार्केट के मूल्य पर नियमित नज़र रखना इतना आसान भी नहीं है| इसीलिए सिप (SIP) के अंतर्गत रुपया कॉस्ट अवेरजिंग को जोड़ा गया है, जिसके तहत अब निवेशकर्ता को मार्केट में निवेश के सही समय की जानकारी लेने की आवश्यकता नहीं है| रुपया कॉस्ट अवेरजिंग के तहत निवेशकर्ता, ऐसे समय पर ज़्यादा यूनिट खरीद सकते है जब एसेट का मार्केट मूल्य कम हो|

3. आसान संचालन (Easy Operations) - सिप (SIP) निवेश, जितना सरल सुनने में लगता है, इसे संचालित करना भी उतना ही आसान है| निवेशकर्ता अपने सिप (SIP) निवेश की जानकारी को अपने खाते के अपडेटेड स्टेटमेंट्स से प्राप्त कर सकते है|  

4. चक्रवृद्धि ब्याज (Compound Interest) - सिप (SIP) निवेश की सबसे बड़ी खासियत है, इसके रिटर्न्स की गणना कंपाउंड इंटरेस्ट के तहत की जाती है जिसके अंतर्गत नियमित और लम्बे समय तक निवेश कर रहेनिवेशकर्ताओं को उत्तम लाभ प्राप्त होता है|  निचे दिए गए ग्राफ में 5000 रुपये प्रति माह के सिप निवेश जिसका ब्याज दर 12% है, इसके मुनाफे को विभिन्न सालों के लिए दर्शाया गया है| मुनाफे की संख्या का आंकलन ये दर्शाता है की कंपाउंड इंटरेस्ट दुनिया का आठवां अजूबा है |     

5. जितनी जल्दी शुरुवात, मुनाफा उतना ज़्यादा (Early start is the Key): सिप निवेश की खासियत है की इसे छोटे रकम के निवेश से शुरू किया जा सकता है, इसी क्रम में निवेशकर्ता जितनी जल्दी सिप निवेश की शुरुवात करेंगे, अपने निवेश पर मुनाफा भी उतना ही ज़्यादा कमा पाएंगे| सिप निवेश की जल्दी शरुवात, निवेशकर्ता के धनवृद्धि के लिए मजबूत नीव तैयार करता है|

ऊपर दिए गए बिंदु सिप (SIP) निवेश के अनोखे लाभों को दर्शाता है| इस निवेश की खास बात ये है की निवेशकर्ता को म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने के लिए अलग से बचत करने की ज़रुरत नहीं है, बल्कि वह अपने मासिक सैलरी के छोटे से हिस्से से इसकी शरुवात कर सकते है|

चलिए एक उदहारण के साथ सिप निवेश के सन्दर्भ को और स्पष्ट करते है| शायरा, 23 वर्षीय प्रतिभाशाली लड़की जो की समाज के मध्यम वर्ग से ताल्लुक रखती है | अपनी प्रतिभा से, छोटे से उम्र में ही शायरा ने एक अच्छी नौकरी प्राप्त कर ली थी, जहाँ उसे महीने के 30000 रुपये तनखाह मिलते थे| समझदार शायरा की अनोखी बात ये रही   की कमाने के साथ-साथ उसने बचत की योजना भी बनायीं और बचत करने के तरीको के बारे में जानकारी ली| उसका सपना था की उसके पास एक ऐसा घर हो जो सारे शानो-शौकत से परिपूर्ण हो| अपने सपनों को पूरा करने के लिए शायरा को अच्छे-खासे रकम की ज़रुरत थी| जब उसने अपने सपने की चर्चा अपने दोस्तों के बीच की तो दोस्तों ने उसे निवेश करने की सलाह दी| निवेश करने के कई माधयमों के बारे में जानकर, शायरा सोच में पड़ गयी| ऐसी परिस्थिति में शायरा ने किसी प्रोफेशनल से सलाह लेना उचित समझा| दोस्तों में ही किसी ने शायरा को Shri Ashutosh Securities Pvt. Ltd. कंपनी के बारे में बताया और कहा की यहाँ पर तुम्हे, तुम्हारे हर परेशानी का हल मिलेगा| इसी क्रम में शायरा Shri Ashutosh Securities Pvt. Ltd. के ऑफिस गयी जहाँ पर उसे बताया गया की उसके सपने को पूरा करने के लिए, म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करना उसके लिए सबसे सही माधयम होगा और म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने के लिए आपको बड़े रकम की ज़रुरत नहीं है बल्कि,शायरा म्यूच्यूअल फण्ड में सिप के तहत छोटे रकम से भी निवेश की शुरुवात कर सकती है| बिना समय गवाए शायरा ने सिप के ज़रिये म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश किया| शयारा ने 1000 रुपये प्रति माह से अपने सिप की शुरुवात की जिसकी अवधी 25 साल की है और ब्याज दर 15% है| 

शायरा के 25 साल के निवेश के रकम की गणना की जाये तो, उसका पूरा निवेश ३ लाख का होता है| निचे दिए गए चित्र में शायरा के निवेश के बढ़त को दर्शया गया है| 

 दर्शये गए आंकड़ों से साफ़ हो जाता है की 25 साल के अवधी के बाद, शयारा के पास अब इतने पैसे है की वह आराम से अपने सपनों का घर बना सकती है और उसे अपने अरमानो से सजा सकती है| चलिए मान लेते है की शायरा ने सिप के तहत निवेश करने के बजाय अगर अपने खाते में 1000 रुपये प्रति माह जमा किया होता और वह भी पुरे 25 साल के लिए| इस स्थिति में भी उसके 25 साल के बचत की रकम 3 लाख ही होती| उसके मुनाफे की गणना करे तो ३% ब्याज दर के हिसाब से उसका पूरा मुनाफा 4,44,549 रपये का होता जो शायरा के सपनों के घर के निर्माण लिए काफी नहीं है|

शायरा के कहानी का निष्कर्ष निकाले तो, कहा जा सकता है की सिप निवेश किसी भी व्यक्ति के भविष्य के ज़रूरतों के लिए निवेश करने का, उत्तम चुनाव है| साथ ही इसके ज़रिये निवेश करने के लिए हमें बड़े रकम की ज़रुरत नहीं है| हम इसे आज ही छोटे रकम के निवेश से शुरू कर सकते है | तो फिर देर किस बात की है,आज ही अपने निवेश की योजना को सिप निवेश के तहत बनाये और भविष्य की योजनाओ के लिए अपने आप को सुरक्षित करें|


*म्यूच्यूअल फण्ड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, अथवा स्कीम से सम्बंधित सभी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़े| अनुछेद में दिए गए चित्र केवल उदहारण के पात्र है|